लेखनी प्रतियोगिता -06-Sep-2023
विषय _ गोकुल का कान्हा
गोकुल का कान्हा मीठी बांसुरी बजाता है
माखन मिश्री खाकर फिर खाली मटकी सजाता है
अपनी मैया के हाथ का माखन कान्हा को बहुत भाता है
जब तक दिखे नहीं माखन हर तरफ़ नजर घुमाता है
नटखट, नादानियां, बचपन की मस्ती है,
कान्हा की इन अटखलियों में तो जान सबकी बसती है
हर कोई जानता है कान्हा की मस्तियों को
इसलिए सजाकर रखते हैं माखन की मटकी से अपनी बस्तियों को
बनकर सबका लाडला ख़ूब माखन खाता है
और देख अपने कान्हा को सबका
मन हर्षाता है।
रेखा खिंची✍️✍️
#प्रतियोगिता
Shashank मणि Yadava 'सनम'
07-Sep-2023 09:01 AM
Very nice
Reply
Reena yadav
06-Sep-2023 11:06 PM
👍👍
Reply
Gunjan Kamal
06-Sep-2023 10:26 PM
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 👌🙏🏻
Reply